TCF: गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि साइबर ठगों का एक संगठित गिरोह काम करता है. खास बात यह कि गिरोह भाड़े के बैंक खाता में पैसा मंगवाता था. दोनों अपराधियों से छह मोबाइल सिम कार्ड भी जब्त किया गया है.
सीतामढ़ी. बिहार में साइबर ठगी के मामले बढ़ते जा रहे हैं. अपराधी ठगी के लिए नए नए ढंग और तरीके इजाद करते है. पिछले दिनों एजेंसी दिलाने के नाम पर ठगी के एक मामले में पुलिस ने पटना से एक साइबर अपराधी को गिरफ्तार किया था. उससे पूछताछ के बाद दो और साइबर अपराधी बेतिया जिले से गिरफ्तार किये गये. पुलिस का कहना है कि इन ठगों ने ठगी के लिए जो तरीका अपनाया है वो हैरान करनेवाला है.
गिरोह का खुलासा
स्थानीय साइबर थाना पुलिस से किसी ने शिकायत की थी कि उसके बैंक खाता से मोटी रकम की ठगी कर ली गई है. इस केस को सुलझाने के लिए एसपी मनोज कुमार तिवारी ने सीतामढ़ी साइबर थानाध्यक्ष सह यातायात डीएसपी दीपक कुमार के नेतृत्व में एक टीम गठित की थी. इस टीम में पुलिस अवर निरीक्षक अजय कुमार और जितेंद्र कुमार भी शामिल थे. डीएसपी दीपक कुमार ने बताया कि गिरफ्तार ठग बेतिया जिले के रामनगर थाना क्षेत्र के सवैया देवराज गांव के नेयाज अहमद का पुत्र आसिफ इकबाल और उसी गांव के नजमुलेश अहमद का पुत्र फहद अंसारी है. गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि साइबर ठगों का एक संगठित गिरोह काम करता है. खास बात यह कि गिरोह भाड़े के बैंक खाता में पैसा मंगवाता था. दोनों अपराधियों से छह मोबाइल सिम कार्ड भी जब्त किया गया है.
पुलिस का कहना है कि यह गिरोह लोगों को तरह – तरह का झांसा देकर पैसे ठगता है. ठगी का यह धंधा कई माह से चल रहा है. प्रतिदिन लोग साइबर ठगों के शिकार बन रहे हैं. फिर भी लोग संभल नहीं रहे हैं. पढ़े लिखे लोग भी झांसे में आ ही जा रहे हैं. गिरोह के सदस्य नौकरी दिलाने, किसी कंपनी में काम दिला देने और किसी चीज का एजेंसी दिलाने समेत कई तरह की बातों में लोगों को फंसा कर उनसे मोटी रकम ऐंठ लेते हैं. ठगी का शिकार होने के बाद लोगों को आभास होता है. फिर ऐसे लोग साइबर थाने में पहुंच कर शिकायत करते हैं.
साइबर फ्रॉड से कैसे बचें
फर्जी या स्कैम फोन कॉल बार-बार आए तो आप बिना डरे पुलिस से संपर्क करें l केंद्र सरकार ने साइबर और ऑनलाइन धोखाधड़ी रोकने के लिए www.sancharsaathi.gov.in पर Chakshu पोर्टल लॉन्च किया है साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर 1930 पर या https://www.cybercrime.gov.in पर भी मदद के लिए संपर्क कर सकते हैं फर्जी फोन कॉल से डरे नहीं घर के लोगों को शेयर करें और पुलिस को बताएं ठग सिर्फ आपके डर का फायदा उठाना चाहते हैं