रायपुर सहित छत्तीसगढ़ के विभिन्न हिस्सों में साइबर अपराध के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऑनलाइन ठगी, ब्लैकमेलिंग और अन्य धोखाधड़ी के तरीके अब आम हो गए हैं। इन अपराधों से निपटने के लिए प्रदेश में पांच अलग-अलग रेंज में साइबर थाने खोले गए हैं और साइबर क्राइम पर विशेष रिपोर्ट भी तैयार की गई है।
The CyberFuse रायपुर।
छत्तीसगढ़ की राजधानी सहित पूरे छत्तीसगढ़ में साइबर अपराध के लगातार मामले बढ़ते जा रहे हैं। इसमें ऑनलाइन ठगी के साथ-साथ ब्लैकमेलिंग और रुपये ऐंठने के दूसरे तरीके भी शामिल हैं। ठगों ने इतने तरीके निकाल लिए हैं कि कोई न कोई शिकार बन ही जाता है। इन्हीं कारणों से प्रदेश में पांच अलग-अलग रेंज में साइबर थाने खोले गए हैं, ताकि साइबर क्राइम से जुड़े मामलों पर अलग से नजर रखी जा सके।
झारखंड से शुरू हुए ऑनलाइन ठगी के तरीकों के बाद अब दिल्ली-एनसीआर, हरियाणा, राजस्थान, उत्तरप्रदेश, बिहार और पश्चिम से बंगाल में भी ठगों के गिरोह सक्रिय हैं। ये फोन से या फिर ऑनलाइन तरीकों से लोगों को अपना शिकार बना रहे हैं। बढ़ती वारदात को देखते हुए साइबर क्राइम को लेकर पोर्टल भी बनाया गया है। इसपर जाकर साइबर क्राइम की शिकायत की जा के सकती है। वहीं हेल्पलाइन का नंबर ‘1930’ भी जारी किया गया है।
छत्तीसगढ़ में अंजाम देने वाले ये हैं ठगी के गढ़
- झारखंड: जामताड़ा और देवघर से ऑनलाइन ठगी की शुरुआत से हुई थी।
- राजस्थान: भरतपुर में सेक्सटॉर्शन और आर्मी के नाम पर ठगी की घटनाएं हुईं।
- हरियाणा: मेवात में इंटरनेट मीडिया के जरिए ठगी के केस बढ़ते जा रहे हैं।
- उत्तरप्रदेश: मथुरा में सेक्सटॉर्शन और इंटरनेट मीडिया से जुड़े गिरोह सक्रिय हैं।
- दिल्ली-NCR: इंश्योरेंस, ऑनलाइन जॉब, कॉल सेंटर, नाइजीरियन फ्रॉड के गिरोह।
- बिहार: बांका, बेगूसराय, जमुई, नवादा, नालंदा, गया में केबीसी के नाम पर ठगी।
- पश्चिम बंगाल: आसनसोल-दुर्गापुर में सिम क्लोनिंग, जामताड़ा गिरोह की गतिविधियां।
अलग-अलग राज्यों के गिरोह वारदात को अंजाम दे रहे हैं। लगातार कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की टीमें लगातार ऐसे इलाकों में दबिश देते रहती है। शेयर मार्केट और अन्य आनलाइन ठगी के जरिए लोगों को ठग रहे हैं।- संजय सिंह, डीएसपी, क्राइम