देश में साइबर फ्रॉड की खबरें बढ़ती जा रही है. अब एक मामला तेलंगाना से आया है, जहां 75 साल के एक व्यक्ति के साथ 13 करोड़ रुपए का साइबर फ्रॉड हो गया.
देश में साइबर फ्रॉड की खबरें बढ़ती जा रही है. अब एक मामला तेलंगाना से आया है, जहां 75 साल के एक व्यक्ति के साथ 13 करोड़ रुपए का साइबर फ्रॉड हो गया. पीड़ित व्यक्ति एक सरकारी कंपनी में सीनियर मैनेजर के पद से रिटायर हुआ था. एक रिपोर्ट के अनुसार व्यक्ति को 1 जुलाई को व्हाट्सएप पर इन्वेस्टमेंट का ऑफर मिला, जिसमें उसे भारी मुनाफे का ऑफर दिया गया था. व्यक्ति स्कैमर द्वारा दिए लालच में आ गया और 4 करोड़ रुपये का निवेश कर दिया..
एक रिपोर्ट के अनुसार रिटायर कर्मचारी को व्हाट्सएप मैसेज में ऑनलाइन स्टॉक ट्रेडिंग टिप्स दिए गए थे. पीड़ित ने पहले शेयर बाजार से मुनाफा भी कमाया था इसलिए उसने व्हाटसएप मैसेज का जवाब दिया. साइबर अपराधियों ने AFSL, Upstox और International Brokers (IB) जैसी कंपनियों के नाम से लिंक भेजे. पीड़ित को एक व्हाट्सएप ग्रुप में भी जोड़ दिया, जिस कारण उसे शक नहीं हुआ.
रिपोर्ट के अनुसार जब खाते में 10 करोड़ रुपये आए तो व्यक्ति ने पैसे निकालने चाहे. फिर उन्हें बताया गया कि उन्हें जीएसटी, सीजीएसटी, कन्वर्जन टैक्स, फॉरेन एक्सचेंज टैक्स वगैरह चुकाना होगा और उसने 15 दिनों के भीतर 9 करोड़ रुपये और चुकाए, इस उम्मीद में कि उसे अपने निवेश के पैसे और रिटर्न वापस मिल जाएंगे.
म्यूचुअल फंड और बचत से पैसे से किया था निवेश
इस निवेश के लिए व्यक्ति ने म्यूचुअल फंड और अन्य बचत से पैसे निकाले और उन्हें अपने बैंक अकाउंट के जरिए से ट्रांसफर कर दिया. लगभग 50 दिनों के बाद ही उन्हें एहसास हुआ कि उनके साथ धोखाधड़ी हुई है. सोमवार को वह शिकायत दर्ज कराने के लिए तेलंगाना साइबर सिक्योरिटी ब्यूरो गए. लेकिन मामले की रिपोर्ट करने में देरी के कारण वसूली की बहुत कम उम्मीद बची है. उनके बैंक से निकले कुल 13 करोड़ रुपये में से पुलिस केवल 20 लाख रुपये ही बचा पाई.
यह राशि राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, केरल जैसे राज्यों में फैले कई खातों से चेक, एटीएम कार्ड आदि के माध्यम से निकाली गई थी. 2 करोड़ रुपये दूर दुबई से निकाले गए थे. पुलिस हैदराबाद में कुछ लोगों से पूछताछ कर रही है, जहां से भी कुछ पैसे निकाले गए थे.