साइबर ठग आए दिन ठगी के नए-नए तरीके खोज रहे हैं। पहले वाट्सएप पर कोई लिंक भेजकर ठगी की जाती थी लेकिन अब तो पीडीएफ फाइल भेजकर लोगों के खाते से लाखों उड़ाए जा रहे हैं। गढ़ीपुख्ता निवासी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को उसके वाट्सएप पर अंजान नंबर से एक पीडीएफ आई थी जिसे खोलते ही खाते से दस लाख रुपये कट गए।
TheCyberFuse:- साइबर ठगों ने वाट्सएप पर पीडीएफ भेजकर जिले में तीसरी ठगी की है। पीड़ित ने जैसे ही पीडीएफ पर क्लिक किया तो उसका मोबाइल फोन हैक हो गया। कुछ देर बाद उसके खाते से तीन बार में 10 लाख रुपये कट गए। बाद में पीड़ित को जानकारी हुई कि उसके साथ ठगी हो गई है।
पीड़ित ने साइबर थाने पहुंचकर मामले की शिकायत की। पुलिस ने ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। इससे पूर्व वाहन चालान कटने की पीडीएफ भेजकर थानाभवन और जलालाबाद निवासी दो लोगो से हजारों की ठगी हो चुकी है। साइबर थाना पुलिस की ओर से लोगों को जागरूक रहने की अपील की गई।
अंजान नंबर से आई थी पीडीएफ
साइबर ठग लगातार नए-नए तरीके निकाल रहे हैं। अभी तक मोबाइल फोन पर वाहन चालान भेजकर ठगी की जा रही थी, लेकिन अब लोगों ने पीडीएफ भेजना शुरू कर दिया है। गढ़ीपुख्ता निवासी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि सोमवार को उसके वाट्सएप पर अंजान नंबर से एक पीडीएफ आई थी।
जैसे ही उसने पीडीएफ पर क्लिक किया तो मोबाइल फोन हैक हो गया। कुछ देर बाद मोबाइल फोन के सभी संदेश दूसरे नंबर पर जाने लगे। पीड़ित ने पुलिस को बताया कि उसके पंजाब नेशनल बैंक खाते से पांच लाख रुपये कट गए। कुछ देर बाद दो बार में ढाई-ढाई लाख रुपये भी कट गए।
पीड़ित से कुल दस लाख रुपये की ठगी हो गई। पीड़ित ने 1930 हेल्पलाइन पर काल की साइबर थाना प्रभारी संजीव भटनागर ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि लोगों को जागरूक रहने की जरूरत है। किसी भी अंजान नंबर से भेजे गए लिंक और पीडीएफ पर क्लिक करने से बचना चाहिए।