Crypto News: अमेरिका में जितनी बिजली तैयार होती है, उसमें से 2.3 फीसदी तो सिर्फ 137 क्रिप्टो माइनर्स खर्च करते हैं। इससे समझ सकते हैं कि क्रिप्टो माइनिंग में कितनी बिजली खर्च होती है। ऐसे में किराए पर प्रॉपर्टी लेकर क्रिप्टो माइनिंग का चलन बढ़ रहा है क्योंकि जितना वे किराए पर खर्च करेंगे, उससे अधिक तो बिजली बिल पर बचा लेंगे। ऐसे ही एक मामले में कुछ माइनर्स ने प्रॉपर्टी किराए पर लेकर 84 लाख रुपये की क्रिप्टो माइन की जिसका बिजली बिल 1.25 लाख रुपये आया
Crypto News: किराए पर प्रॉपर्टी मुहैया कराने वाली ऑनलाइन मार्केटप्लेस एयरबीएनबी (Airbnb) में कुछ जगहों पर खास प्रतिबंध होते हैं जैसे कि जानवर नहीं ला सकते हैं। अब कुछ होस्ट ऐसे हैं, जो यह भी जोड़ रहे हैं कि उनके यहां क्रिप्टोमाइनिंग नहीं हो सकती है।
Crypto News: किराए पर प्रॉपर्टी मुहैया कराने वाली ऑनलाइन
मार्केटप्लेस एयरबीएनबी (Airbnb) में कुछ जगहों पर खास प्रतिबंध होते हैं जैसे कि जानवर नहीं ला सकते हैं। अब कुछ होस्ट ऐसे हैं, जो यह भी जोड़ रहे हैं कि उनके यहां क्रिप्टोमाइनिंग नहीं हो सकती है। यह नया नियम एक चौंकाने वाले घटना के बाद हुआ है जिसके तहत मेहमानों ने प्रॉपर्टी किराए पर ली और क्रिप्टो माइनिंग की जिससे 1.25 लाख रुपये का बिजली बिल आया। यह मामला अमेरिका के नॉर्थ कैरोलिना का है, जहां कुछ लोगों ने तीन हफ्ते के लिए एक प्रॉपर्टी किराए पर ली।
इन तीन हफ्ते में गेस्ट्स ने 1 लाख डॉलर से अधिक (84 लाख रुपये से अधिक) की क्रिप्टोकरेंसी माइन की। इसके चलते प्रॉपर्टी की मालकिन पर 1500 डॉलर यानी करीब 1.25 लाख रुपये के बिजली बिल का भार आ पड़ा। इसके बाद उसने भविष्य के लिए नियम बना दिया कि अब उसकी प्रॉपर्टी में क्रिप्टो माइनिंग करना अलाउड नहीं होगा। इसके अलावा ईवी चार्जिंग पर भी उन्होंने रोक लगा दिया है।
क्रिप्टो माइनिंग का कैसे हुआ खुलासा?
जब गेस्ट्स चले गए तो प्रॉपर्टी की मालकिन एश्ले क्लास (Ashley Class) को क्रिप्टो-माइनिंग के बारे में पता चला। उन्होंने ध्यान दिया कि कम से कम 10 कंप्यूटर हटाए गए हैं और एक इलेक्ट्रिक वीईकल चार्जिंग स्टेशन के टुकड़े करने की कोशिश की गई है। हालांकि प्रॉपर्टी से कोई छेड़छाड़ नहीं हुआ और गेस्ट्स पूर्व हालत में ही छोड़कर गए हैं और रिव्यू भी 5 स्टार मिला है लेकिन बिजली बिल के बोझ ने एस्ले को परेशान कर दिया।
कितने बिटक्वॉइन की माइनिंग, गेस्ट्स ने ही किया खुलासा
बिजली की खपत बढ़ने को लेकर एस्ले ने एयरबीएनबी से संपर्क किया है
और अनुरोध किया कि गेस्ट्स इस खर्चे की भरपाई करे। उन्होंने सबूत भी
मुहैया कराए। चौंकाने वाला तो ये रहा कि मेहमानों ने क्रिप्टो माइनिंग के
बारे में स्वीकार भी कर लिया। एस्ले ने 30 जुलाई के अपने टिकटॉक
वीडियो पर घटना के बारे में खुलासा करते हुए आगे कहा कि जो गेस्ट्स
थे, उन्होंने बताया कि 1 लाख डॉलर से अधिक के क्रिप्टो माइन किए गए
हैं। एस्ले का कहना है कि माइनर्स के लिए कमरा किराए पर लेना बिजली
का बिल चुकाने से अधिक सस्ता है, इसलिए उन्होंने ऐसा किया।
“घर किराए पर लेकर क्रिप्टो माइनिंग: बिजली बिल के मुद्दों से मकान मालिक परेशान”
हाल ही में एक अजीब स्थिति सामने आई है, जिसमें एक मकान मालिक ने अपने घर को क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के लिए किराए पर दिया। इसके परिणामस्वरूप, बिजली का बिल ₹1.25 लाख तक पहुंच गया है, जो सामान्य आवासीय उपयोग से बहुत अधिक है। Cryptocurrency mining के उच्च ऊर्जा खपत वाले प्रभावों को समझना महत्वपूर्ण है।
मकान मालिक, जो पहले नियमित किराए की उम्मीद कर रहे थे, अब इस भारी बिजली बिल के कारण वित्तीय दबाव का सामना कर रहे हैं। यह स्थिति दिखाती है कि क्रिप्टो माइनिंग जैसी उच्च ऊर्जा खपत करने वाली गतिविधियों का आवासीय संपत्तियों पर कितना प्रभाव पड़ सकता है और यह भी कि किरायेदारी समझौतों में उपयोगिताओं के संबंध में स्पष्टता कितनी महत्वपूर्ण है। अधिक जानकारी के लिए क्रिप्टो माइनिंग पर प्रभाव पढ़ें।
“घर किराए पर लेकर क्रिप्टो माइनिंग: बिजली बिल के मुद्दों से मकान मालिक परेशान”
हाल ही में एक अजीब स्थिति सामने आई है, जिसमें एक मकान मालिक ने अपने घर को क्रिप्टोकरेंसी माइनिंग के लिए किराए पर दिया। इसके परिणामस्वरूप, बिजली का बिल ₹1.25 लाख तक पहुंच गया है, जो सामान्य आवासीय उपयोग से बहुत अधिक है।
मकान मालिक, जो पहले नियमित किराए की उम्मीद कर रहे थे, अब इस भारी बिजली बिल के कारण वित्तीय दबाव का सामना कर रहे हैं। यह स्थिति दिखाती है कि क्रिप्टो माइनिंग जैसी उच्च ऊर्जा खपत करने वाली गतिविधियों का आवासीय संपत्तियों पर कितना प्रभाव पड़ सकता है और यह भी कि किरायेदारी समझौतों में उपयोगिताओं के संबंध में स्पष्टता कितनी महत्वपूर्ण है।