गाजियाबाद से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। फ्लिपकार्ट से लाखों का रिफंड लेकर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपितों ने डिलीवरी से पहले ही डेटाबेस में हेरफेर कर माल को रिटर्न दिखाया और रिफंड प्राप्त कर लिया। कंपनी के दो पूर्व कर्मचारियों की आईडी का भी इस्तेमाल किया गया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
गाजियाबाद। ई-कामर्स कंपनी फ्लिपकार्ट से कई शहरों के लिए महंगे माल का ऑर्डर देकर फर्जीवाड़ा कर लाखों का रिफंड लेने का मामला सामने आया है।
आरोपितों ने डिलीवरी हब कर्मचारियों की आईडी का प्रयोग कर माल दिए गए पते पर डिलीवर होने से पहले ही डाटाबेस में हेरफेर कर डिलीवर दिखा दिया। फिर माल को रिटर्न दिखाकर रिफंड प्रोसेस पूरा किया और खाते में रिटर्न भुगतान भी प्राप्त कर लिया। जबकि वास्तविकता में माल बुक होने के बाद रास्ते में ही था।
स्मार्टवॉच जैसे महंगे आइटम करते थे बुक
कंपनी की जांच में सामने आया है कि स्मार्टवॉच और महंगे पेन की बुकिंग फर्जी नाम-पते पर खोले गए खाते से की गई है। हर ऑर्डर में कैश ऑन डिलीवरी का विकल्प भुगतान के लिए चुना गया। माल डिलीवर करने वाली कंपनी ई-कार्ट ने साइबर क्राइम थाने में मुकदमा दर्ज कराकर आरोपित पकड़ने की मांग की है। पुलिस का कहना है कि जिस बैंक खाते में रिफंड लिया गया है उसकी जानकारी जुटाकर शीघ्र आरोपितों को पकड़ा जाएगा।
डीपीएस मेरठ रोड के पास ई-कार्ट कंपनी का डिलीवरी हब है। यह कंपनी फ्लिपकार्ट की सहयोगी कंपनी है जो उसके लिए माल की डिलीवरी कई शहरों में बने हब के जरिए करती है।
गाजियाबाद में एक ऑर्डर बुक होने पर हुआ खुलासा
कंपनी के प्रवर्तन अधिकारी रितिन दीप के मुताबिक बीते दिनों गाजियाबाद में एक स्मार्टवाच की बुकिंग के बाद पैकेट डिलीवरी हब पहुंचने से पहले ही डाटाबेस में माल की डिलीवरी हो गई और माल रिटर्न होने के बाद उसका रिफंड भी ग्राहक के खाते में चला गया।जांच करने पर पता चला कि कंपनी के पूर्व कर्मचारियों की आईडी का प्रयोग कर डाटाबेस में गलत प्रविष्टि दर्ज कर पूरा फर्जीवाड़ा किया गया है।
कंपनी की जांच में देशभर में ऐसे 55 ऑर्डर सामने आए जिनमें करीब 17 लाख रुपये कीमत की स्मार्टवाच और महंगे पेन को कैश ऑन डिलीवरी विकल्प के साथ बुक किया गया।आरोपितों ने फर्जीवाड़ा कर 35 बुकिंग का माल रिटर्न दिखाकर 10 लाख 91 हजार रुपये का रिफंड भी बैंक खाते में हासिल कर लिया।
हर बार बैंक खाता और मोबाइल नंबर नया
कंपनी अधिकारी रितिन दीप का कहना है कि जांच में सामने आया है कि आरोपितों ने प्रत्येक बार माल की बुकिंग के लिए फ्लिपकार्ट पर नए मोबाइल नंबर से फर्जी नाम और पते पर आईडी बनाई। लेकिन रिफंड के लिए बंधन बैंक के एक खाते का प्रयोग कर धनराशि वापस ली गई है।
गाजियाबाद के साथ ही बंगलुरू, मुंबई, जयपुर, दिल्ली, हैदराबाद, चेन्नई, सूरत, अहमदाबाद, लखनऊ, मेरठ, चंडीगढ़ समेत देश के 55 शहरों के लिए माल की बुकिंग कराई गई।
रितिन दीप के मुताबिक कैश ऑन डिलीवरी विकल्प चुनने पर ग्राहक को माल की डिलीवरी के समय भुगतान करना होता है। ऐसे में मामले में यदि उत्पाद वापस होता है तब कंपनी पहले पैकेट वापस लेती है। उसके बाद ग्राहक के दर्ज कराए गए बैंक खाते में रिफंड धनराशि क्रेडिट कर देती है।
कंपनी के दो पूर्व कर्मचारियों की आईडी का भी प्रयोग किया
जांच में सामने आया है कि पूरे फर्जीवाड़े में कंपनी के दो पूर्व कर्मचारी राहुल और सुमित चौहान समेत मौजूदा कर्मचारी कामिनी की आईडी का प्रयोग किया गया है। राहुल और सुमित चौहान की आईडी सिस्टम में बंद नहीं हुई हैं। इसलिए उनकी आईडी के जरिए भी डाटाबेस में फर्जीवाड़ा संभव हुआ।